Table of Contents
Land Division Rules 2025 और Family Settlement
परिवार में जमीन का बंटवारा एक नाजुक और महत्वपूर्ण विषय है, जहां एक छोटी सी गलती या असहमति बड़े विवाद का कारण बन सकती है। अगर आप भी अपने हिस्से की जमीन पाना चाहते हैं, तो सही कानूनी प्रक्रिया, आवश्यक दस्तावेज़ और नई गाइडलाइंस को समझना जरूरी है। आइए जानते हैं 2025 के ताज़ा नियमों और आसान तरीके से जमीन बंटवारे की पूरी प्रक्रिया।

Land Division Rules 2025 क्या होता है?
जमीन बंटवारा यानी पुश्तैनी (या खरीदी गई) जमीन को सभी कानूनी वारिसों के बीच उनके हिस्से के अनुसार बांटना। यह आमतौर पर माता-पिता, दादा-दादी या पूर्वजों की प्रॉपर्टी भाइयों-बहनों या अन्य उत्तराधिकारियों में बांटने के लिए किया जाता है।
किन तरीकों से होता है बंटवारा?
- आपसी सहमति (Family Settlement): सबसे अच्छा तरीका है परिवार में बातचीत और लिखित समझौते से जमीन का बंटवारा करना। इस समझौते को स्टाम्प पेपर और रजिस्ट्रेशन कराने से कानूनी मान्यता मिलती है।
- कोर्ट के माध्यम से (Partition Suit): अगर सहमति न हो, तो कोर्ट में पार्टीशन सूट फाइल करके न्यायिक बंटवारा करवाया जाता है, जहां सबूतों और दस्तावेजों की जांच के बाद कोर्ट फैसला सुनाती है।
Land Division Rules प्रक्रिया 2025
- तहसील या एसडीएम ऑफिस में आवेदन: बंटवारे के लिए सबसे पहले एसडीएम कोर्ट या तहसीलदार कार्यालय में लिखित आवेदन करना जरूरी है।
- जमीन का माप और वेरिफिकेशन: पटवारी या राजस्व अमला मौके पर पहुंचकर ज़मीन का माप, हिस्सों का निर्धारण और रिपोर्ट बनाता है।
- दस्तावेज़ जांच: सभी कागजात जैसे खतौनी, लगान रसीद, वंशावली, आधार कार्ड आदि की जांच की जाती है।
- बंटवारा शेड्यूल व सहमति: तैयार शेड्यूल में सभी हिस्सेदारों के नाम, हिस्से, और साक्षर हस्ताक्षर लिए जाते हैं।
- रजिस्ट्रेशन या कोर्ट आदेश: अगर सब सहमत हैं तो डॉक्युमेंट रजिस्टर करवा लें, वरना कोर्ट आदेश के बाद ही बंटवारा वैध होगा
- नामांतरण (Mutation): अंत में बंटवारे के आधार पर नामांतरण कराना न भूलें, ताकि सरकारी रिकॉर्ड में आपके नाम से जमीन दर्ज हो जाए।
जमीन बंटवारे की प्रक्रिया: ताजगी भरी सारांश तालिका
| विषय | विवरण |
| बंटवारा कैसे करें | आपसी सहमति (फैमिली सेटलमेंट) या कोर्ट आदेश से |
| आवेदन स्थान | एसडीएम कोर्ट, तहसील कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल |
| जरूरी दस्तावेज | खतौनी, लगान रसीद, पहचान पत्र, वंशावली, मृत्यु प्रमाण पत्र, बंटवारा शेड्यूल |
| कानूनी मान्यता | रजिस्ट्री कार्यालय में रजिस्ट्रेशन या कोर्ट का आदेश |
| विवाद समाधान | पंचायत, मध्यस्थता, कोर्ट/ऑनलाइन शिकायत |
| फीस | आवेदन शुल्क, स्टाम्प शुल्क और कानूनी सलाह पर खर्च |
| बंटवारे का आधार | जमीन का नक्शा, हिस्सेदारों की संख्या, सहमति और कोर्ट के दस्तावेज |
| अंतिम स्टेप | नामांतरण/म्यूटेशन सरकारी रिकॉर्ड में |
बंटवारे के लिए जरूरी दस्तावेज़ (2025 के नए नियम)
- खतौनी/खसरा रिकॉर्ड (भूमि संबंधी कागज)
- लगान रसीद (सरकारी कर की पावती)
- सभी वारिसों का आधार कार्ड और पहचान पत्र
- वंशावली (वारिसों की लिस्ट)
- संपत्ति मालिक का मृत्यु प्रमाण पत्र (अगर ज़रूरी हो)
- बंटवारा शेड्यूल (Stamp Paper पर)
- सब की सहमति का प्रमाण पत्र या शपथ पत्र
- कोर्ट का आदेश (यदि केस चला हो)
- रजिस्ट्रेशन रसीद
बंटवारे में जरूरी दस्तावेज़ (2025 में लागू नवीनतम सूची)
| दस्तावेज़ | उद्देश्य/भूमिका |
| खतौनी व खसरा | जमीन का आधिकारिक रिकॉर्ड |
| लगान/सर्किल रेट रसीद | सरकार को चुकाए गए कर की रसीद |
| वंशावली | सभी वारिसों की सूची |
| मृत्यु प्रमाण पत्र | संपत्ति स्वामी के निधन की पुष्टि |
| बंटवारा शेड्यूल | हिस्सेदारी का रजिस्टर्ड कानूनी दस्तावेज |
| आधार/पहचान पत्र | सभी हिस्सेदारों की वैध पहचान |
| सहमति पत्र/शपथ पत्र | हस्ताक्षरित सहमति या शपथ पत्र |
| कोर्ट आदेश या वसीयत | विवाद या ट्रांसफर में आवश्यक कागजात |
| म्यूटेशन एप्लिकेशन | नामांतरण के लिए दस्तावेज़ |
बंटवारे के विवाद और समाधान
आम विवाद:
गलत हिस्सेदारी, दस्तावेजों में गड़बड़ी, अवैध कब्जा, सहमति न होना।
समाधान:
- मध्यस्थता या पंचायत की मदद लें
- जरूरत पड़े तो कोर्ट में पार्टीशन सूट दाखिल करें
- ऑनलाइन म्यूटेशन एप्लाई करें, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और रिकॉर्डेड रहती है।
Also Read:— Sukanya Samriddhi Yojana 2025 — बेटियों के लिए सबसे सुरक्षित सरकारी बचत योजना
उपयोगी सुझाव
- बंटवारे के कागज़ात हमेशा रजिस्टर्ड कराएं।
- सारे दस्तावेज़ ओरिजिनल और अपडेटेड रखें।
- विवाद की स्थिति में कानूनी सलाह जरूर लें।
- सरकारी वेबसाइट या लोकल प्रशासन की हेल्पलाइन से सहायता लें।
Published On: October 19, 2025 9:32 PM by Chandrahas