
LPG Gas Cylinder Price : भारत में एलपीजी गैस परिवार की रसोई की सबसे जरूरी चीज़ों में से एक है। सुबह की चाय से लेकर रात के खाने तक, हर घर में सिलेंडर की अहमियत बहुत बड़ी है। लेकिन जब इससे जुड़ी कीमतों में उतार-चढ़ाव आता है, तो परिवार के बजट पर उसका सीधा असर होता है। हाल ही में सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में राहत दी है, खासकर त्यौहारों के मौसम को ध्यान में रखते हुए।
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एलपीजी सिलेंडर की नई कीमतें: सरकार का बड़ा फैसला
पिछले कुछ समय में महंगाई का दबाव हर परिवार पर था। ऐसे में केंद्र ने 14.2 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती कर राहत दी है। यह फैसला अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता आने के बाद लिया गया, जिससे घरेलू बजट पर दबाव कम हुआ। बाजार में खरीदारी को बढ़ावा देने और त्योहारों का आनंद बिना किसी चिंता के लेने के लिए यह कदम काफी मददगार साबित है।
देश के अलग-अलग शहरों में दरों का अंतर
एलपीजी सिलेंडर की कीमतें पूरे देश में एक समान नहीं होतीं। टैक्स, ट्रांसपोर्टेशन खर्च और स्थानिक वितरण लागत के आधार पर इन दरों में बदलाव आता रहता है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, पटना, जयपुर और भोपाल जैसे बड़े शहरों में इस बार कीमतों में कमी देखने को मिली है। ग्रामीण इलाकों में भी इस सब्सिडी का असर महसूस किया जा रहा है। उपभोक्ताओं के लिए सलाह है कि वे अपने नजदीकी एलपीजी एजेंसी या आधिकारिक वेबसाइट से ताजा रेट्स जरूर चेक करते रहें।
उज्ज्वला योजना से मिलने वाली राहत
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत आर्थिक रूप से 14.2 KG गैस सिलेंडर की नई कीमतें हुई जारी, जानिए अपने शहर का रेट LPG Gas Cylinder Price कमजोर महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन और प्रति सिलेंडर 200 रुपये की सब्सिडी दी जाती है। कई राज्यों में इसके अतिरिक्त विशेष छूट भी दी जाती है। इससे पहले महिलाएं लकड़ी या कोयले के धुएं में खाना बनाती थीं, जिससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं होती थीं। इस योजना ने महिलाओं को साफ और सुरक्षित रसोई प्रदान करके उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाया है।
त्यौहारों का मौसम: बढ़ती गैस की जरूरत और राहत
त्योहारों के दौरान खाने-पीने की खपत काफी बढ़ जाती है, जिससे गैस की लोडिंग भी ज्यादा होती है। यदि सिलेंडर के दाम अधिक होंगे, तो इसका असर घर के खर्चों पर पड़ता है। सरकार ने त्योहारों से पहले कीमतों में कटौती करके परिवारों की आर्थिक चिंता को कम किया है। इससे मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के परिवार बिना किसी तनाव के त्योहार मना सकते हैं।
महंगाई के बीच राहत की सांस
अब तक दाल, सब्जी, तेल और दूध जैसे रोजमर्रा के जरूरी सामानों के दाम बढ़ते रहे हैं। ऐसे में एलपीजी गैस की कीमतों में राहत परिवारों के बजट को थोडा संतुलित करने में सहायक है। खासकर उन लोगों के लिए जो सीमित आय पर निर्भर हैं, यह राहत बड़ी मदद साबित होती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
एलपीजी की कीमतें केवल भारत सरकार के फैसलों पर निर्भर नहीं करतीं, बल्कि तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम, डॉलर-रुपये की विनिमय दर, और गैस के आयात की लागत पर भी इनका असर पड़ता है। कच्चे तेल के दाम जब ज्यादा होते हैं, तो घरेलू सिलेंडर महंगा होता है, और जब दाम गिरते हैं, तब सिलेंडर की कीमतों में कटौती होती है। वर्तमान में तेल की कीमतों में स्थिरता है, जो घरेलू उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है।
मध्यमवर्गीय परिवारों को भी मिली बड़ी राहत
जहां उज्ज्वला योजना गरीब परिवारों को मदद कर रही है, वहीं इस बार की कीमतों में कटौती से मध्यमवर्गीय परिवारों को भी काफी अच्छा सहारा मिला है। अक्सर सरकारी योजनाओं से बाहर रहने वाले इस वर्ग के लिए बजट संतुलित करना चुनौतीपूर्ण होता है। नई दरें इस वर्ग के लिए भी बड़ी मदद हैं।
भविष्य की संभावनाएं
फिलहाल कीमतों में आई राहत ने जनता को बड़ी उम्मीद दी है। लेकिन ये राहत कब तक बनी रहेगी, यह अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिरता पर निर्भर करता है। सरकार ऊर्जा क्षेत्र में सुधार और नई नीतियों के जरिए आम जनता के लिए और भी राहत लाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
घरेलू बजट पर सकारात्मक प्रभाव
एलपीजी की कम हुई कीमतों से परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। महिलाएं, जो घर का बजट संभालती हैं, अब कम खर्च में साफ-सुथरी रसोई चला पा रही हैं। यह बचत शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जरूरतों पर खर्च की जा सकती है।
निष्कर्ष
नई एलपीजी सिलेंडर कीमतें और उज्ज्वला योजना की सब्सिडी ने गरीब और मध्यमवर्गीय दोनों ही वर्गों को राहत दी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिरता और सरकार के कदम त्यौहारों के मौसम में हर घर के बजट को बेहतर बनाने में मददगार साबित हुए हैं। यदि यह स्थिरता बनी रहती है, तो आने वाले समय में और भी राहत मिलने की उम्मीद है।
ट्रेडिंग सवाल
नया गैस सिलेंडर कितने रुपये का है?
2025 के अक्टूबर तक देश के ज्यादातर शहरों में 14.2 किलो घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत करीब 850-890 रुपये के बीच है। मेट्रो शहरों में दिल्ली में 853 रुपये, मुंबई में 852.50 रुपये, कोलकाता में 879 रुपये और चेन्नई में 868.50 रुपये है ।
14.2 किलो सिलेंडर के लिए सब्सिडी कितनी है?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत लाभार्थियों को अभी प्रति 14.2 किलो सिलेंडर पर 300 रुपये सब्सिडी मिल रही है, जो हर साल 9 सिलेंडर तक लागू है ।
14 किलो सिलेंडर की कीमत क्या है?
14.2 किलो (घरेलू) एलपीजी सिलेंडर के दाम दिल्ली में 853 रुपये, मुंबई में 852.50 रुपये, चेन्नई में 868.50 रुपये और कोलकाता में 879 रुपये के आसपास हैं ।
5 लीटर गैस सिलेंडर की कीमत क्या है?
5 किलो वाले फ्री ट्रेड एलपीजी सिलेंडर की कीमत इस वक्त दिल्ली में लगभग 550 से 600 रुपये है, स्थानीय टैक्स आदि के अनुसार यह अलग हो सकती है ।
450 रुपये में सिलेंडर कैसे मिलेगा?
सरकार ने उज्ज्वला योजना और कुछ राज्यों (जैसे म.प्र. की लाड़ली बहना योजना, राजस्थान) में चुनिंदा लाभार्थियों को 14.2 किलो एलपीजी सिलेंडर 450 रुपये में उपलब्ध करवाया है—लेकिन यह सुविधा सामान्य उपभोक्ताओं के लिए पूरे देश में नहीं है, सिर्फ योजना से जुड़े चुने हुए लाभार्थियों को ही मिलती है ।
16 किलो के सिलेंडर का प्राइस कितना है?
16 किलो के कमर्शियल या इंडस्ट्रियल सिलेंडर का प्राइस आमतौर पर 1,500 से 1,700 रुपये के आसपास होता है, लेकिन यह ब्रांड, शहर व टैक्स के अनुसार बदल सकता है। ज़्यादा जानकारी के लिए स्थानीय एजेंसी से संपर्क करना बेहतर है ।
500 रुपये में गैस सिलेंडर कैसे मिलेगा?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत पहले कुछ समय तक उज्ज्वला लाभार्थियों को सिलेंडर 500-550 रुपये में भी मिला, लेकिन मौजूदा समय में सिर्फ चुनिंदा राज्यों की योजना/ऑफर पर ही यह रेट मिल पाता है; सभी के लिए नहीं ।
14.2 किलो का सिलेंडर कितना होता है?
एक खाली घरेलू एलपीजी सिलेंडर (14.2kg) का वजन औसतन 15-16 किलो होता है (यह सिर्फ सिलेंडर का खाली वजन है)। जब इसमें पूरी गैस भर जाती है, तो कुल वजन करीब 29-30 किलो हो जाता है ।
15 किलो का सिलेंडर कितने का है?
15 किलो कमर्शियल या इंडस्ट्रियल सिलेंडर (साइज व ब्रांड के हिसाब से) आम तौर पर 1,200 से 1,600 रुपये के बीच मिलता है। कीमत शहर व कंपनी के अनुसार अलग-अलग हो सकती है
Published On: October 5, 2025 10:47 AM by Chandrahas